आज जानते है आईपीएस प्रहलाद सहाय मीना के बारे । इनका गांव है दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा के पास स्थित आभानेरी। अपनी लगन व संघर्ष के कारण ये क्षेत्र के युवाओं के प्रेरणास्रोत है।
रेलवे में गैंगमैन के पद से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले प्रह्लाद सहाय मीना आज आईपीएस अधिकारी है । विशेष बात यह है कि अपने कैरियर की शुरुआत करते हुए ओडिशा में ही इन्होंने गैंगमैन का पद संभाला था । और अब ओडिशा में ही आईपीएस अधिकारी के रूप में कार्यरत है।

प्रहलाद मीना ने अपनी बारहवीं तक कि पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही कि है। और इन्होंने यहाँ हर कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया ।
प्रहलाद मीना की शुरू से ही इच्छा इंजीनियर बनने की थी। परंतु आस पास के गांवो मे विज्ञान संकाय न होने और पारिवारिक परिस्थिति वश ये विज्ञान संकाय नही ले पाए। और फिर कला संकाय से ही कक्षा 12 उत्तीर्ण की।
इनके जीवन मे मुख्य टर्निग पॉइंट
तब आया जब इनके गांव के एक युवा की रेलवे में गैंगमेन की नौकरी लग गयी। उससे प्रेरित होकर इन्होंने भी सरकारी नौकरी की तैयारी करना शुरू कर दी । और जयपुर आकर कॉलेज शिक्षा के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने लग गए।
चूंकि जयपुर में किराये से कमरा लेकर रह रहे विद्यार्थियों का विद्यार्थी जीवन बहुत नाजुक रहता है। यहीं से कई विद्यार्थी गलत राह पर निकल जाते है तो कई लगातार मेहनत करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते है ।
लेकिन पारिवारिक स्थिति व संस्कारो से जुड़ाव के कारण प्रहलाद मीना अपने लक्ष्य से डिगे। और अंततः लगातार मेहनत करते हुए प्रहलाद मीना की कॉलेज शिक्षा के दूसरे वर्ष में ही रेलवे में गैंगमैन की नौकरी लग गयी ।
हालांकि इन्होंने अपनी तैयारी को यहीं विराम नही दिया । सन 2008 में गैंगमैन की नौकरी लगने के बाद सन 2008 में ही इनकी SBI में क्लर्क के पद पर नौकरी लग गई। उसके बाद 2010 में इनका SBI में प्रोबेशनरी अधिकारी में नम्बर आ गया। फिर इनका रेल मंत्रालय में सहायक अनुभाग अधिकारी (ASO) के रूप में भी चयन हुआ ।
प्रहलाद मीना सन 2013 में दिल्ली में सिविल सर्विस की तैयारी करने लग गए। विशेष बात ये है की यहाँ ये नौकरी के साथ साथ तैयारी कर रहे थे । लेकिन यहाँ सिविल सर्विस मे इन्हें तीन बार असफलता हाथ लगी। इसी दौरान ये नेट JRF की तैयारी करने लग गए। RPSC द्वारा आयोजित कॉलेज व्याख्याता परीक्षा में साक्षात्कार हेतु एक नम्बर कम होने के कारण ये यहाँ भी असफल रहे। लेकिन लगातार की गई मेहनत रंग लाई और वर्ष 2017 में इनका भारतीय पुलिस सेवा में चयन हुआ। वर्तमान में प्रहलाद मीना ओडिशा कैडर में आईपीएस अधिकारी के रूप में कार्यरत है।
इनके पिता श्री शिवराम मीना कृषक है व माता श्रीमती प्रेमी देवी गृहणी है। इनके माता पिता ने कम कृषक भूमि व अन्य आय के साधन न होने के बावजूद भी संघर्ष करते हुए इन्हें हमेशा पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया। पारिवारिक संस्कार व जुड़ाव ही आज के समय मे गांव से बाहर जयपुर में किराये से रह रहे बच्चो को गलत रास्तो पर जाने से रोकते है। सिविल सर्विस में कई बार असफलता मिलने के बाद भी ये हताश नही हुए। “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन” महावाक्य को ध्यान रखते हुए इन्होंने मेहनत करना नही छोड़ा और अन्ततः सफलता प्राप्त की।
छुट्टियों में ये जब भी गांव आते है तो सभी युवाओ को प्रेरित करते रहते है।